शक्ति का इतना प्रदर्शन,
प्रश्न करती हैं दिशाएं।
चेतना को क्रत्तिम साँसे
और कब तक दे हवाएं
देवताओं के अहम् का
अंश जाया आदमी है
और कब त़क युद्ध की
लिखता रहेगा भूमिकाएं ||
लेखक - अज्ञात (किसी कवि सम्मलेन में सुनी थी बचपन में)
भारत के सबसे बड़े ज्योतिषी से मिलिए
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जी हाँ। आइये आपको मिलवाते हैं हमारे देश क्या शायद पूरे विश्व के सबसे बड़े
ज्योतिषी से ॥ ना ना , चोंकिये मत, सबसे बड़ा इसलिए कहा क्यूँकी शायद ही कोई
दूसरे ऐ...
15 years ago
1 comment:
wonderful!
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