Monday, June 2, 2008

हमारा ध्येय...

प्रचंड तेजोमय शारीरिक बल, प्रबल आत्म विश्वास युक्त बौद्धिक क्षमता एवं निस्सीम भाव सम्पन्ना मनः शक्ति का अर्जन कर अपने जीवन को निस्पृह भाव से भारत माता के चरणों में अर्पित करना ही हमारा परम साध्य है.....

1 comment:

गरिमा said...

जी बिल्कुल